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Hindi Short Stories » Hindi Poem

Hindi Poem

साथियों नमस्कार, शायरी (Hindi Poem), दिल की गहराइयों से निकली वह आवाज़ जिसे शब्दों के एक अलग ही मायाजाल में पिरोकर जब सामने रखा जाता है तो शब्द दिल की गहराइयों तक उतर जाते हैं |

जी हाँ दोस्तों, हम सभी को अपने दिल के हाल बयां करने के लिए शब्दों में पिरोकर राखी गई उन प्यार भरी बातों की खोज रहती है जिन्हें हम पढ़कर या किसी को भेजकर अपने ज़ज्बात बयां कर सकें |

Hindi Short Stories हमारे सभी पाठकों के लिए हमारे लेखक द्वारा रचित ऐसी कुछ खास शायरियों को लेकर आया है जिन्हें पढ़कर आपको अपने हाल ए दिल की खबर हो जाएगी | तो हमारी वेबसाइट के इस Page Shayari को पढ़िए और अपने दिल की गहराइयों में खो जाइए…..

धन्यवाद् !!


Hindi Poem | यहाँ अर्थ होता है अर्थों का

चाहे कर लो जितना जतन,
 चाहे रह लो सच्चा मगन
झूठ यहाँ पर बिकता है
सच कभी नहीं दिखता है
ज़माना है ये स्वार्थों का
यहाँ अर्थ होता है अर्थों का
प्यार, इज़्ज़त और व्यहार,
सबका होता है व्यापार
सब कुछ है छण भंगुर
कुछ नहीं यहाँ टिकता है
ये दुनिया है बे- अर्थों का
यहाँ अर्थ होता है अर्थों का
भौतिक संसाधनों का है प्रतियोगी,
नेता, व्यापारी सब इसके भोगी
छल कपट कर अर्थ पाए
जिसका कोई अर्थ न होय
अब दिल नहीं रहा सच्चे अर्थों का
यहाँ अर्थ होता है अर्थों का

विजय नारायण


प्रेरक शायरी | Motivational Shayari in Hindi


माँ पर कविता | Poem on Mother in Hindi


शायरी हिंदी में


किताबों में फूल कहाँ खिलते हैं | Hindi Kavita 

खुद की लिखी बातें यूँ गैर सी हो जाती है,
तब भी तम्मनाओं को राहत कहाँ आती है,
यूँ तो बेजानों में भी जान मिल जाते हैं,
पर किताबों में फूल कहाँ खिलते हैं?
दर बदर कभी राहों में फिरा करते हैं
कभी दिन में कभी  कम्बख्त रात में
यादों की साया है कि छोड़ता ही नहीं
इतने भटकने के बाद भी कहाँ मिलते हैं
किताबों में फूल कहाँ खिलते हैं?
भूले उन राहों को अब खुद ही छोड़ आए हैं,
बिखरे जज्बातों में हालात तय करने आए हैं
उनके दिए ज़ख़्म को अब भी सीने से लगाए हैं
अब बस हम उनके साये से मिल पाये हैं
पर किताबों में फूल कहाँ खिलते हैं?
मरीज-ये- इश्क़ बनकर भी  ही मुस्कुराए हैं
चंद लम्हों में खुशियाँ ढूँढने आए हैं
अरमानों को खुद की खुद ही जलाए हैं
ऐसे आशिक तो मुद्दतों बाद मिलते हैं

और किताबों में फूल कहाँ खिलते हैं?

विजय नारायण


प्यार मुहोब्बत इश्क | 2 Line Shayari


प्यार भरी शायरी | Love Quotes in Hindi


हिंदी शायरी | Sad Shayari in Hindi


भूख | हिंदी कविता

वो खड़ी थी दरवाज़े पर, अकेले कब से,
चूल्हे से रोटी की भीनी खुशबु आई थी शायद जब से…
या शायद तब से जब माँ ने पंडित के कहने पर एक रोटी कुत्ते को डाली,
या शायद तब से जब हम सब ने अपने हिस्से की रोटी खा ली||

वो खड़ी रही तब तक, जब तक बर्तनों के खड़कने की आवाज़ नहीं आई,
वो कड़ी रही तब तक, जब तक माँ उसके लिए रोटी नही लाई|
शायद इंतजार था उसे हम सब का पेट भर जाने का…
या शायद इंतजार था बची हुई रोटी अपने घर ले जाने का||

वो जानती थी की इस दरवाज़े के भीतर भी एक माँ है,
वो जानती थी की उसकी भूख का इलाज है तो सिर्फ यहाँ है||


100 गुलज़ार शायरी


फनी हिंदी शायरियां | Funny Shayari in Hindi


लव शायरी | Hindi Me Shayari


हम तो नशे में है | Love Poem in HIndi

परवाह है किसे ज़माने की, हम तो नशे में है,
आदत है किसे निभाने की, हम तो नशे में है!

है हम आदि, ज़िल्लत और ज़ुल्म के…
हसरत है किसे कमाने की, हम तो नशे में है!

बेअसर है हम, अब शराब और शवाब से…२
ख्वाबों से रूबरू, हर रात हम नशे में है!

हैं हम नशे में उन रास्तों के दरमियाँ,
लबों से निकली हर बात अब नशे में है!

रोकेंगे अब हमें ये दुनिया वाले हरदम हर घडी…
नफरत की दुनिया का हर ज़ल्लाद अब नशे में है!


मुहोब्बत शायरी | Mohabbat Shayari in Hindi


धड़क | Dhadak Love Poem in Hindi


कुछ भूल गए अपने | Sad Shayri in hindi


Hindi Shayari | किसी और से


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